क्रिप्टो ट्रेडिंग में इस्तेमाल होने वाले 10 शब्द और उनका मतलब

क्रिप्टोकरेंसी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और हर दिन लाखों लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। लेकिन जब कोई नया व्यक्ति इस मार्केट में आता है, तो उसे सबसे पहले कठिन और तकनीकी शब्दों का सामना करना पड़ता है।

अगर इन शब्दों का मतलब न समझा जाए, तो न केवल नुकसान हो सकता है, बल्कि निवेश में भ्रम भी पैदा हो सकता है।

इस लेख में हम आपको बताएंगे क्रिप्टो ट्रेडिंग में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाले 10 जरूरी शब्दों का मतलब, वो भी बेहद सरल हिंदी में। अगर आप क्रिप्टो में निवेश या ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए एक उपयोगी गाइड साबित होगा।

ब्लॉकचेन (Blockchain) क्या होता है?

ब्लॉकचेन एक डिजिटल बहीखाता (Ledger) है, जिसमें सभी लेन-देन (Transactions) को सुरक्षित, पारदर्शी और स्थायी रूप से रिकॉर्ड किया जाता है। यह तकनीक केंद्रीय नियंत्रण के बिना काम करती है।

उदाहरण: – जब कोई बिटकॉइन भेजता है या प्राप्त करता है, तो उस ट्रांजैक्शन की जानकारी एक ब्लॉक में दर्ज होती है। यह ब्लॉक कई अन्य ब्लॉक्स से जुड़कर एक चेन बनाता है — इसे ही ब्लॉकचेन कहा जाता है।

क्यों ज़रूरी है – ब्लॉकचेन की वजह से ही क्रिप्टोकरेंसी पारदर्शी और सुरक्षित होती है, क्योंकि इसमें डाटा को बदला नहीं जा सकता।

बुल मार्केट (Bull Market) क्या है?

जब क्रिप्टो मार्केट में कीमतें लगातार बढ़ रही होती हैं और निवेशकों का भरोसा मजबूत होता है, तो उसे बुल मार्केट कहा जाता है।

संकेत: – बिटकॉइन और अन्य कॉइन्स में निरंतर बढ़त, सोशल मीडिया पर पॉजिटिव न्यूज, निवेशकों की संख्या में इजाफा

उदाहरण: – अगर बिटकॉइन की कीमत 20,000 रुपये से बढ़कर 40,000 रुपये तक चली जाए, और अन्य कॉइन्स भी ऊपर जा रहे हों — तो वह बुल मार्केट कहलाएगा।

बेयर मार्केट (Bear Market) क्या होता है?

जब क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें गिरने लगती हैं और निवेशक घबराहट में कॉइन बेचना शुरू कर देते हैं, तो उसे बेयर मार्केट कहा जाता है।

संकेत: – लगातार गिरती कीमतें, नेगेटिव न्यूज, ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट
उदाहरण: – अगर एथेरियम की कीमत ₹2,50,000 से ₹1,50,000 हो जाए और मार्केट में डर का माहौल हो, तो वह बेयर मार्केट है।

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ऑल्टकॉइन (Altcoin) क्या है?

Altcoin का मतलब है “Alternative Coin” यानी बिटकॉइन के अलावा बाकी सभी क्रिप्टोकरेंसी।

लोकप्रिय Altcoins –

  • Ethereum (ETH)
  • Ripple (XRP)
  • Cardano (ADA)
  • Solana (SOL)
  • Polkadot (DOT)

क्यों जरूरी है – Altcoins कई बार ज्यादा रिटर्न देते हैं, लेकिन जोखिम भी अधिक होता है।

HODL क्या होता है?

HODL शब्द “Hold” का टाइपो है, जो अब क्रिप्टो दुनिया में एक शब्द बन चुका है। इसका मतलब है किसी क्रिप्टो कॉइन को लंबे समय तक होल्ड करना, चाहे उसकी कीमत ऊपर जाए या नीचे।

विचार: – HODL करने वाले निवेशक लॉन्ग टर्म ग्रोथ पर विश्वास करते हैं। वे दिन-प्रतिदिन की कीमतों से प्रभावित नहीं होते।

उदाहरण: – “मैंने 2020 में बिटकॉइन खरीदा और आज तक HODL कर रहा हूँ।”

FOMO (Fear of Missing Out)

जब लोगों को डर लगता है कि कहीं वे किसी मुनाफे से चूक न जाएं, तो वह FOMO कहलाता है। इस डर में लोग बिना रिसर्च के किसी कॉइन में निवेश कर देते हैं।

नुकसान: – FOMO के कारण लोग गलत समय पर खरीदते हैं — जब कीमतें पहले ही ऊंचाई पर होती हैं।

उदाहरण: – जब कोई कॉइन 2 दिन में 50% ऊपर चला जाए, तो लोग बिना सोचे-समझे खरीद लेते हैं।

व्हेल (Whale) कौन होते हैं?

Whale वो लोग या संस्थाएं होती हैं जिनके पास बहुत बड़ी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी होती है। इनके एक ट्रेड से ही पूरी मार्केट प्रभावित हो सकती है।

विशेषता: – 1,000 या उससे ज्यादा बिटकॉइन रखने वाले लोग व्हेल कहे जाते हैं। इनके ट्रेड्स पर बॉट्स और एनालिस्ट नजर रखते हैं।
उदाहरण: – अगर एक व्हेल बिटकॉइन बेचती है, तो कीमत अचानक गिर सकती है।

Pump and Dump क्या होता है?

यह एक मार्केट मैनिपुलेशन स्कीम होती है जिसमें किसी क्रिप्टो कॉइन की कीमत को जानबूझकर तेजी से बढ़ाया जाता है (Pump), और फिर अचानक ऊंचे दाम पर बेचा जाता है (Dump), जिससे बाकी निवेशकों को नुकसान होता है।

यह कैसे होता है?

  • पहले एक ग्रुप मिलकर कम कीमत वाले कॉइन को खरीदता है।
  • फिर सोशल मीडिया पर प्रचार किया जाता है।
  • कीमत ऊपर जाते ही ग्रुप वाले कॉइन बेच देते हैं, और बाकी फंस जाते हैं।

ATH (All Time High) क्या होता है?

ATH यानी All Time High — इसका मतलब होता है कि किसी कॉइन ने अब तक की सबसे ऊँची कीमत छू ली है।

उदाहरण: – अगर बिटकॉइन कभी ₹60 लाख पर पहुंचता है, और वह अब तक की सबसे ऊंची कीमत है, तो वही उसका ATH होगा।

क्यों जरूरी है – ATH यह दिखाता है कि किसी कॉइन में कितनी ग्रोथ हुई है।

DYOR (Do Your Own Research)

DYOR का मतलब है कि किसी भी क्रिप्टो प्रोजेक्ट में पैसा लगाने से पहले अपनी रिसर्च खुद करें। किसी Youtuber, Twitter Influencer या दोस्त की बातों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।

रिसर्च के जरूरी बिंदु: – उस क्रिप्टो का उद्देश्य क्या है, टीम कौन चला रही है, मार्केट कैप और वॉल्यूम क्या है?
पिछले 6-12 महीनों का प्रदर्शन कैसा रहा है?

बोनस शब्द: FUD (Fear, Uncertainty, Doubt)
FUD का मतलब होता है डर, अनिश्चितता और भ्रम फैलाना। जब कोई क्रिप्टोकरेंसी के बारे में गलत या भ्रमित करने वाली बातें फैलाई जाती हैं जिससे लोगों में डर फैल जाए, तो उसे FUD कहा जाता है।

उदाहरण: – सरकार की ओर से कोई अफवाह फैले कि क्रिप्टो बैन हो सकता है, तो उससे मार्केट में FUD आ सकता है।

📌 निष्कर्ष (Conclusion)

क्रिप्टो ट्रेडिंग एक रोमांचक लेकिन जोखिम भरा क्षेत्र है। यदि आप इसमें सफल होना चाहते हैं, तो आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग की भाषा को समझना जरूरी है। ऊपर दिए गए ये 10 शब्द किसी भी क्रिप्टो निवेशक की बेसिक समझ को मजबूत करते हैं।

👉 याद रखें: – हमेशा DYOR करें, FOMO से बचें

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